दिल्ली व्यूरो
दिल्ली /कोलंबो : श्रीलंका में आर्थिक संकट के बाद राजनीतिक संकट भी काफी गहरा गया है। राष्ट्रपति भवन पर पहले से ही प्रदर्शनकारियों का कब्जा है और अब प्रदर्शनकारियों ने प्रधानमंत्री आवास और देश के सरकारी न्यूज चैनलों पर कब्जा कर लिया है। वहीं, श्रीलंका के स्पीकर ने कहा है कि, देश से भागे राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे ने उनसे संपर्क किया है और उन्हें आश्वस्त किया है, कि वो आज शाम तक अपना इस्तीफा दे देंगे। तब तक उन्होंने प्रधानमंत्री रानिल विक्रमसिंघे को देश का कार्यवाहक राष्ट्रपति बनाया है। लेकिन, सात दशकों के इतिहास में अब तक के सबसे खराब आर्थिक संकट से निपटने के लिए 2 करोड़ 20 लाख की आबादी वाले इस द्वीप देश के भविष्य पर सवाल बने हुए हैं। श्रीलंका की सभी राजनीतिक पार्टियों ने एकजुट होकर सरकार बनाने का फैसला किया है और वो फैसला कितना कारगर होता है, वो आने वाला वक्त ही बताएगा।